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आत्मियता विस्तार ही सच्चा धर्म है। लोकसेवा ही तपस्वी योगी की पहचान है।

धर्म-तप से जब सँस्कार जुड़ा,तो सृजन हुआ, लोकसेवी बने,धर्म-तप से जब अहंकार जुड़ा,तो विध्वंस हुआ, आतंकी बने। सँस्कार से बने...

प्रश्न – दी, जीवन में तनाव(टेंशन) ही न हो, यह कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं?

उत्तर- आत्मीय भाई,  तनावप्रबन्धन - एक कला और एक अध्यात्म विज्ञान है* किसी परिस्थिति जन्य घटना/समस्या को कुछ लोग समस्या...