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विचार मंथन – सँस्कार से प्रकृति बदलती है आकृति नहीं, इसलिए परिवर्तन आसानी से समझ नहीं आता, लेकिन व्यक्तित्व दिये हुए सँस्कार ही गढता है ।

कुएं के शुद्ध मीठे पानी, समुद्र के खारे पानी, जहरीले केमिकल भरे पानी में उपजी सब्जियां, फल, नारियल और पल...

प्रश्न – कॉलेज में युवा बच्चों को गर्भ सँस्कार के महत्त्व से अवगत कराने के लिए भूमिका हेतु क्या बोलना चाहिए।

उत्तर - आत्मीय देश के युवा और भारत के भविष्य के कर्ता धर्ता मेरे प्यारे बच्चों, एक प्रश्न जिसका ईमानदारी...