प्रश्न – दी, विवाह को आजकल के युवा मात्र रिलेशनशिप को लीगल करवाना समझते हैं, इससे ज़्यादा कुछ नहीं। लिव इन रिलेशनशिप और वेश्यागमन में कोई बुराई नहीं समझते। इस पर क्या गुरूदेव ने प्रकाश डाला है।
उत्तर - आत्मीय बेटे, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से विवाह जितना जरूरी है उससे ज्यादा जरूरी वैज्ञानिक दृष्टि है। युगऋषि...