मृत्यु के झरोखे से
मृत्यु के झरोखे से,जीवन लगता कितना मूल्यवान,मृत्यु के चश्में से,जीवन लगता कितना अर्थवान। शरीर की पीड़ा को,कोई भी बंटा न...
मृत्यु के झरोखे से,जीवन लगता कितना मूल्यवान,मृत्यु के चश्में से,जीवन लगता कितना अर्थवान। शरीर की पीड़ा को,कोई भी बंटा न...
गीता सार - जीवन जीने की कला भगवान श्री कृष्ण,गीता के अठारह अध्याय में,समझाते मानव जीवन सार,देते समस्त समस्याओं का...
असली अध्यात्म,किसी को नहीं चाहिए,गण्डे ताबीज़ का,सबको शॉर्टकट चाहिए। किसी को,बिन पढ़े पास होने वाला,ताबीज़ चाहिए,किसी को,बिन मेहनत धन देने...
मुझे बनाके एक कर्मयोगी सन्त,मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त। मेरी दुर्भावनाओं का करके अंत,मां मुझे बना दे...
मां, मैं तुम सी एक नारी हूँ,क्या ये खता भारी है,इसलिए मुझे गर्भ में ही मारने की,चल रही तैयारी है।...
मरकर भी,अमर होना चाहती हूँ,इस जीवन में,कुछ कर गुज़रना चाहती हूँ। निज अस्तित्व की,पूर्ण पहचान चाहती हूँ,निज आत्मप्रकाश से,अँधेरा मिटाना...