त्रिविध भवबंधन एवं उनसे मुक्ति
सृंगार भी स्वस्थ शरीर पर सजता है शोभनीय लगता है। रुग्ण शरीर पर श्रृंगार शोभा नहीं देता। जीवन देवता की...
सृंगार भी स्वस्थ शरीर पर सजता है शोभनीय लगता है। रुग्ण शरीर पर श्रृंगार शोभा नहीं देता। जीवन देवता की...
जो जॉब या कुर्सी हम चाहते हैं स्वयं से पूँछे क्या हम उसके योग्य हैं? जिस कुर्सी पर हम बैठे...
मरकर भी,अमर होना चाहती हूँ,इस जीवन में,कुछ कर गुज़रना चाहती हूँ। निज अस्तित्व की,पूर्ण पहचान चाहती हूँ,निज आत्मप्रकाश से,अँधेरा मिटाना...
बलिवैश्व यज्ञ महात्म्य अणु-परमाणु बम होता है छोटा,लेकिन उसका धमाका होता है बहुत बड़ा,बलिवैश्व यज्ञ दीखता है छोटा,लेकिन इसका प्रभाव...
घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए नियमित बलिवैश्व यज्ञ करें, इस यज्ञ के प्रभाव से बच्चे संस्कारी...
जी हाँ सम्भव है, लेकिन सिर्फ़ उनका जिनका सूक्ष्म शरीर और कारण शरीर विकसित हो। उच्च कोटि की आत्माएं स्थूल...
अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च:। (अर्थात् यदि अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है और धर्म की रक्षा के...
बच्चों को होमवर्क जल्दी कैसे याद कराएं और वो जल्दी न भूलें इसके लिए क्या करें ? हम सभी गायत्री...
आइये हम सुनने की कला को समझें। सुनना भी अपने आप में एक अच्छी कला है। इन दिनों हम सुनते...
जहाँ मै जॉब करती हूँ, वहां कुछ लोग जब देखो तब अश्लील बातें बोलते हैं। और पार्टी में तो टीका...