मुझे बनाके एक कर्मयोगी सन्त, मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त

मुझे बनाके एक कर्मयोगी सन्त,
मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त।

मेरी दुर्भावनाओं का करके अंत,
मां मुझे बना दे इक सन्त,
काम क्रोध मद लोभ से करके मुक्त,
मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त।

बलपूर्वक सन्मार्ग में चला दे,
उज्ज्वल भविष्य का दिखा दे पथ,
दुर्बुद्धि-कुबुद्धि से करके मुक्त,
मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त।

इच्छाओं-वासनाओं से करके मुक्त,
भक्ति में भीगा दे मेरा तन और मन,
मुझे बना के एक कर्मयोगी सन्त,
मां मेरे जीवन में ला दे नूतन बसन्त।

वसन्त पर्व की बधाई
श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन

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