प्रश्न – दी, रिश्तेदारी और दोस्ती में दोहरे चरित्र के लोगों से कैसे बचें? उनके अंतर्मन में क्या चल रहा है, अनुमान कैसे लगाएं? कौन सही है और कौन गलत कैसे पता लगाए।

उत्तर – आत्मीय बहन, किसी के अंतर्मन को पढ़ना केवल दिव्यदृष्टि से ही संभव है। हम और तुम यह काम नहीं कर सकते। लेक़िन थोड़ा बहुत अंदाजा लगाकर इनसे बच सकते हैं।

अगर आलमारी के पीछे चूहा मरा हो और दिख न रहा हो। तो उसकी दुर्गंध बताती है कि चूहा घर में कहीं मरा है। ऐसे ही दोहरे चरित्र वाले काले मन के लोगों के अंतर्मन का कूड़ा भी दुर्गंध देता है। अतः उसे छुपाने के लिए उन्हें अतिरिक्त प्रयास करना पड़ता है।

उसी तरह यदि महकते फूलों का गुलदस्ता कहीं भी नज़रों से ओझल जगह में भी रखा हो तो उसकी खुशबू उसके होने का अहसास करवा देती है।

👉🏼उदाहरण अच्छे लोगों को पहचानने  के तौर पर मम्मी-पापा, अच्छे दोस्तो को लो, उन के मन में तुम्हारे लिए अच्छी भावना है। तो अगर तुम कुछ गलत करो या नशा करो, तो ये मख्खन नहीं लगाएंगे, बल्कि तुम्हें खरी खरी सुनाएंगे। जरूरत पड़ी तो पीटेंगे लेकिन तुम्हें सही राह पर लाएंगे। अक्सर सौम्य होते हैं लेक़िन कभी कभी कड़वे करेले साबित होते हैं लेक़िन स्वास्थ्य और जीवन संवार देते है।

लेक़िन यदि कभी तुम किसी कार्य में असफ़ल हुए तो ये मज़ाक नहीं उड़ाएंगे। समझाएंगे और तुम्हें भावनात्मक सहारा देंगे।

यदि तुम सफ़ल हुए तो वो ऐसे ख़ुशी मनाएंगे मानो वही सफल हुए हैं। तुम्हें सफल बनाने में ऐसे सहयोग करेंगे मानो स्वयं के लिए मेहनत कर रहे हैं।

ये जब आसपास होते हैं, तो मन मे अच्छी अनुभूति होती है।इनके आसपास रहना अच्छा लगता है।

👉🏼उदाहरण दोहरे चरित्र और काले मन के लोगों को पहचानने  के तौर पर उन रिश्तेदारो और बुरे दोस्तो को लो जो केवल तुमसे अपना स्वार्थ साधना चाहते हैं,
*ये आस्तीन के साँप है, मौका मिलने पर डसेंगे,
क्योंकि उन के मन में तुम्हारे लिए बुरी भावना है, तो अगर तुम कुछ गलत करो या नशा करो, तो ये मख्खन लगाएंगे और तुम्हारा सपोर्ट करेंगे, साथ ही तुम्हें गलत राह पर चलाने की पूरी कोशिश करेंगे। तुमसे स्वार्थ साधने के लिए किसी भी हद तक नीचे गिर सकते हैं। व्यवहार कुशल और अत्यधिक मीठी चासनी वाला व्यवहार होता है।

लेक़िन यदि कभी तुम किसी कार्य में असफ़ल हुए तो ये मज़ाक  उड़ाने में पीछे नहीं रहेंगे। तुम्हें आर्थिक, सामाजिक औऱ भावनात्मक नुकसान देंने में पीछे नहीं रहेंगे।

यदि तुम सफ़ल हुए तो वो ऐसा दुःख मनाएंगे मानो कोई मर गया हो। तुम्हें असफल बनाने में और भटकाने में सहयोग करेंगे।

ये जब आसपास होते हैं, तो हमारे अंतर्मन मे अच्छी अनुभूति नहीं होती है। इनके आसपास रहना कहीं न कहीं हमारा अंतर्मन को कचोटता है।

🙏🏻 बहन, दूसरे के अंतर्मन को पढ़ने में समय व्यर्थ मत करो। बल्कि उचित यह होगा कि अपने अंतर्मन को पढ़ो और थोड़ा ध्यानस्थ होकर उसकी अनुभूति जानने की कोशिश करो। अपनी अंतर्दृष्टि विकसित करो और रोज आधे घण्टे अपने साथ एकांत में होशपूर्वक समय व्यतीत करो, अपनी अनुभूतियों के प्रति जागरूक रहो। जिस प्रकार नाक सुगंध और दुर्गंध को सूंघकर अच्छा और बुरा क्या है बता सकता है, वैसे ही जब अपने अंतर्मन को सुनने लगोगी तो अंतर्मन अनुभूति के आधार पर बता देगा कि कौन अच्छा-उत्तम चरित्र है और कौन दोहरे चरित्र-काले मन का है*।🙏🏻

अच्छे और उत्तम चरित्र के लोगों के साथ रहो और उनके पास रहो, भले ही वो कड़वे करेले की तरह ही तुम्हे डांट- डपटकर अपना अनूठा प्यार जताएं। उनका फटकार ही वास्तव में प्यार है।

दोहरे चरित्र और काले मन के लोगों से दूर रहो, भले ही वो मीठी चीनी की चाशनी सा व्यवहार करें। इनका अत्यधिक मीठापन डायबटीज़ जरूर करेगा। इनके फैलाये मख्खन में गिरना निश्चित है।

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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