प्रिय भाईयों, ईश्वर ने तुम्हें शरीर और मन से मजबूत इसलिए बनाया है कि तुम सृष्टि के सहयोगी रक्षक बन सको

प्रिय भाईयों, ईश्वर ने तुम्हें शरीर और मन से मजबूत इसलिए बनाया है कि तुम सृष्टि के सहयोगी रक्षक बन सको, लेकिन यदि तुम गलत संगत में स्त्रियों के लिए आतंक बनोगे, तुम जैसे कई बेटे जहां साथ खड़े हो उस रास्ते से निकलने में लड़की डरे, तुममें उसे रक्षक नहीं अपितु भक्षक-आतंक दिखाई दे तो क्या ये शर्म की बात नहीं है…इस बिगड़ी छवि को कौन सुधारेगा?

तुम एक स्त्री माँ से जन्मे हो, एक स्त्री बहन के भाई हो, भविष्य में पत्नी, बहु और बेटी के रूप में स्त्री होगी, दादी-नानी-बुआ-मौसी सब स्त्रियां ही है.. बेटे क्या तुम्हें नहीं लगता कि लड़कों की रक्षक छवि को कुछ गन्दे लड़को ने खराब कर दिया है तो कुछ अच्छे लड़को को एकजुट हो इसे ठीक करने की भी आवश्यकता है?

युगऋषि पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य जी कहते है कि वर्तमान चुनौतियों और समस्याओं के लिए युवावर्ग को संगठित होकर प्रयास करना पड़ेगा। क्या स्त्रियों और बच्चो के लिए यह देश-समाज सुरक्षित बनाने में युवा भाइयों-युवा बेटों मदद करोगे? पुनः धर्म-समाज-सृष्टि रक्षक भूमिका सम्हालोगे? सतयुग की वापसी करोगे?

#श्वेता #DIYA

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