कविता – जीवन एक सुअवसर है सम्भावनाओ से भरा है।

*जीवन एक सुअवसर है सम्भावनाओ से भरा है।*

जीवन में…
सिर्फ तर्क पर मत अटक जाना,
भाव साग़र में भी जरा गोते लगाना,
दृष्टि सिर्फ़ शरीर तक मत अटकाना,
आत्मा के अस्तित्व को भी ढूंढ निकालना,
हे यात्री केवल बाहर यात्रा मत करना,
अंतर्जगत की यात्रा भी करते रहना।

जीवन एक अवसर जानना,
सम्भावनाओ से भरा मानना,
मन में देवत्व के बीज को बोना,
उपासना-साधना से इसका सिंचन करना,
तर्क से बीज के टुकड़े मत कर देना,
अन्यथा विघटित व्यक्तित्व का दंश पड़ेगा झेलना,
मनोभूमि में देवत्व का बीज बो देना,
धैय से उसके पौधे बनने का इंतज़ार करना।

जीवन को एक कला जानना,
कलात्मक ढंग से इसे संवारना,
कुतर्क से इसमें कचड़ा मत भरना,
संयम के तारों से जीवन संगीत गूंजाना,
आत्म गीत में स्वयं को खोने देना,
सच्चे आनन्द को अनुभूत करना।

क्षणिक मदहोशी को,
आनन्द समझने की भूल मत करना,
नशे की लत को कुतर्क से सही साबित मत करना,
युवा हो तो सत्य ज्ञान से यौवन को निखारना,
अंतर्जगत में सच्चे आनंद के मोती ढूँढ़ना,
हमेशा विचारों की दौड़ मत लगाना,
थोड़ा भीतर भी विचारों को ठहराना,
शरीर को निद्रा से आराम देना,
मन को ध्यान से आराम देना।

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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