प्रश्न – श्वेता दी, एक प्रश्न आपके सम्बंध में है कि आप प्रत्येक प्रश्नोत्तर में समस्या का एक अलग एंगल और एक अलग ही प्रकार समाधान और सोच कैसे देते हो? प्रत्येक पोस्ट में “तत्वदृष्टि” की बात करते हो ये वास्तव में क्या है?
उत्तर - आत्मीय बहन, गुरूकृपा ही केवलम। गुरु ने कृपा करके 3200 से ज्यादा पुस्तकों का ज़खीरा/खज़ाना दे रखा है।...