प्रेम जो कर्तव्य से न जुड़ा तो…
प्रेम जो कर्तव्य से न जुड़ा, प्रेम जो त्याग से न जुड़ा, वो प्रेम विष समान कष्टकर होगा, मृत्यु के समान कष्ट और पीड़ा देगा। ~श्वेता, DIYA
प्रेम जो कर्तव्य से न जुड़ा, प्रेम जो त्याग से न जुड़ा, वो प्रेम विष समान कष्टकर होगा, मृत्यु के समान कष्ट और पीड़ा देगा। ~श्वेता, DIYA