प्रश्न – परमपूज्य गुरुदेव की आवाज़ में 24 मन्त्रजप से 2400 मंत्रजप का लाभ है, तो फ़िर अनुष्ठान या नित्य उपसनाक्रम में गायत्री मंत्रजप माला से करने की आवश्यकता है क्या? मार्गदर्शन करें..

प्रश्न – *परमपूज्य गुरुदेव की आवाज़ में 24 मन्त्रजप से 2400  मंत्रजप का लाभ है, तो फ़िर अनुष्ठान या नित्य उपसनाक्रम में गायत्री मंत्रजप माला से करने की आवश्यकता है क्या? मार्गदर्शन करें..*

उत्तर – जिस प्रकार यज्ञ से पोषण मिलता है, यज्ञ में औषधि, मन्त्र, देशी घी और ड्राई फ्रूट्स डालने से स्वास्थ्य लाभ डायरेक्ट खाने से अनेकगुणा मिलता है, लेकिन भोजन तो फिर भी करना जरूरी है। यज्ञ और भोजन दोनों जरूरी है, इसी तरह यज्ञीय सूक्ष्म लाभ हेतु यज्ञ स्वरूप गुरुदेव की आवाज़ में मंत्रजप भी जरूरी है औऱ स्थूल भोजन की तरह लाभ हेतु नित्य उपासनाक्रम या अनुष्ठान में माला लेकर गायत्री मंत्र भी जरूरी है।

*गायत्री मंत्र जप से प्राणऊर्जा तभी चार्ज होगी, जब जप के साथ साथ ध्यान भी किया जाएगा।*

निम्नलिखित यूट्यूब लिंक में विजिट कर इसे समझें:-

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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