प्रश्न – जब कोई अपनी सुंदरता का शो ऑफ बहुत ज्यादा करे और दूसरों का मज़ाक उड़ाए तो इसे कैसे हैंडल करें?

उत्तर – जब मेरे सामने ऐसा कोई करता था तो सबसे एक प्रश्न पूंछती थी। ये बताओ मूर्ति की सुंदरता हेतु हमें मूर्तिकार की प्रसंसा करनी चाहिए या नहीं? घड़े की सुंदरता के लिए कुम्हार की राइट।

इसी तरह यदि मूर्ति ठीक ठाक नहीं है तो इसमें भर्त्सना किसकी होगी मूर्तिकार की, घड़े के टेढेमेढे होने पर कुम्हार को ही अकुशल ठहराया जाएगा।

तो यदि कोई सुंदर है तो उसे सुंदर भगवान ने बनाया है और यदि कोई सुंदर नहीं है तो भी भगवान ही जिम्मेदार है। क्योंकि जहाँ तक मुझे पता है कि हमने स्वयं को नहीं गढ़ा है।

अतः मज़ाक तुम किसी व्यक्ति के चेहरे का नहीं उड़ा रहे, बल्कि भगवान का मज़ाक उड़ा रहे हो, क्योंकि प्रत्येक मनुष्य उनकी ही कृति है। यदि किसी को सुंदर बोल रहे हो तो भी भगवान की ही प्रसंशा हो रही है।

इतने लेक्चर के बाद कोई सुंदरता का शो ऑफ आपके समक्ष नहीं करेगा।😂😂😂😂

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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