पूजा करते वक्त जम्हाई और नींद आती है? क्या करें
प्रश्न – पूजा करते वक्त जम्हाई और नींद आती है? क्या करें
उत्तर – इसका अर्थ यह है कि मन मे दोहरी विचारधारा सक्रिय है, अंतर्द्वंद और युद्ध चलता रहता है। विचारों का अनवरत प्रवाह मन को कभी चैन नहीं लेने देता। किसी टेंशन परेशानी से आप जूझ रही हैं, कुछ चीज़ें सम्हल नहीं रही। नींद आपको गहरी नहीं आ रही और मन में चैन नहीं है। थका हुआ मन है, शरीर सोता है मन चलता रहता है।
पूजन के वक्त जब आप विचार प्रवाह शांत करती है, तो मन को सुकून मिलता है और दिमाग़ में आराम आते ही तन्द्रा लगने लगती है।
अतः रोज रात को जिस प्रकार पूजन में मन शांत करके जप करती है वैसे ही बिस्तर पर बैठकर कोई स्वाध्याय कीजिये, फिर पूजन की तरह मन शांत कीजिये मानिए पूजन स्थल में है और सारी टेंशन गुरुदेब माताजी के चरणों मे डालकर ध्यान में वंदनीया माता जी की गोद मे सोने का भाव कीजिये। नादयोग सुनते सुनते सो जाइये। सुबह तरोताज़ा होकर उठेंगी। मन को पर्याप्त विश्राम मिला हुआ होगा और मानसिक कोलाहल कम होगा। तो पूजा में न नींद आयेगी और न हीं जम्हाई। तब सिर्फ परमानन्द में खोएंगी समाधान मिलेगा।
श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन