जब ह्रदय विदारक मौन क्रंदन हो, और कोई मौन आँखो से प्रश्न पूंछे,

जब ह्रदय विदारक मौन क्रंदन हो,
और कोई मौन आँखो से प्रश्न  पूंछे,
तब शब्दों की सामर्थ्य कहाँ,
जो इसका उत्तर दे सके,

जिस माँ ने ९ महीने गर्भ में पाला,
जिसने पुत्र के असमर्थ कदमो को चाल में ढाला,
उसको जब उसका बेटा असहाय मरने को छोड़ जाता है,
उसकी लाश को कन्धा तक देने नहीं आता है?

उसकी मृत देह की,
पुत्र के इंतज़ार में खुली आँखे,
करूँण मौन क्रंदन युक्त लाखो मौन प्रश्न पूंछती है?
भवन अपनी नीव को भूल क्यों गया?

माँ ने तब उसे प्रेम किया जब वो असहाय था,
पत्नी ने उसे तब प्रेम किया जब वो समर्थ था,
माँ ने मल मूत्र साफ़ किया,
कई रातों की नींदो का बलिदान किया,

एक पुत्र पर सर्वस्व वारने वाली माँ को,
उसके प्यार को पुत्र कैसे भूल गया?
जिसने अस्तित्व दिया,
उसे ही कैसे त्याग दिया?

मेरे शब्दों में सामर्थ्य नहीं जो,
इन मौन प्रश्नो का उत्तर दे,
यदि आपके पास हो तो,
आप ही कह दें|

#श्वेता #DIYA

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