क्या जो चाहते हैं उसके हम योग्य हैं?

जो जॉब या कुर्सी हम चाहते हैं स्वयं से पूँछे क्या हम उसके योग्य हैं?

जिस कुर्सी पर हम बैठे उस कुर्सी को भी गर्व हो क़ि एक महान् और योग्य व्यक्ति मुझपर बैठा है।

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाईन इंडिया यूथ एसोसिएशन

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