कुछ कड़वे सत्य – जिसे जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं लोग, समझकर भी नहीं समझना चाहते हैं लोग,

1- चरण के बिना चल न सकोगे,
आचरण के बिना सम्हल न सकोगे,
चरण से मंजिल मिलेगी,
आचरण से जिंदगी बनेगी।
चरण पर शरीर का भार है,
आचरण पर पूरे वजूद का भार है।

2- जिह्वा राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती है, मीठे बोल से किसी को भी अपना बना सकती है, कड़वे बोल से कोई भी अच्छा भला रिश्ता बिगाड़ सकती है। जिह्वा सध गयी तो स्वास्थ्य बन जायेगा, जिह्वा जो न सधी तो अच्छा भला स्वास्थ्य बिगड़ जाएगा। कब्र भी जिह्वा खोद सकती है, उम्र भी जिह्वा बढ़ा सकती है।

3- मन के राजा हो या मन के ग़ुलाम हो? मन के घोड़े पर तुम सवार हो या मन का घोड़ा तुम पर चढ़ा है? तुम मन को नियंत्रित कर रहे हो या मन तुम्हे नियंत्रित कर रहा है? यदि यह समझ सको और मन को चेतना का गुलाम बना सको तो तुम्हारी विजय निश्चित है।

4- आजकल लड़के – पढ़ी लिखी कमाने वाली लड़की से विवाह करना चाहते है, जो साथ मे दहेज़ लाये और चूल्हा चौका सम्हाले और सर पर घूंघट भी डाले? आज्ञाकारी हो और मुंह न चलाये?

5- आजकल लड़कियां कमाने वाला लड़का चाहती है, जो शादी के बाद माता-पिता से तलाक लेकर पत्नी का ग़ुलाम बन जाये, कमाकर खिलाये और उसकी हां में हां मिलाए?

6- आजकल बच्चे चिराग के जिन्न की तरह माता पिता चाहते है, जो उनकी हर ख्वाइशें पूरी करे, केवल आदेश माने और कोई आदेश दे नहीं। उन्हें उनकी मनमर्जी करने दें।

7- आजकल के माता पिता सन्तान के रूप में रोबोट चाहते है, जो अपनी स्वतन्त्र रॉय न रखता हो, जो माता-पिता की मर्जी से पढ़े, जॉब करे, विवाह करे, कमा कर दे।

8- आजकल सब इसलिए दुःखी हैं, क्योंकि सब केवल दुसरों को अपने हिसाब से बदलना चाहते हैं, स्वयं बदलने की कोई इच्छा नहीं रखते है। एक तरफ दूसरे को गुलाम और रोबोट की तरह मन मर्ज़ी से चलाना चाहते है, दूसरी तरफ़ बिना कुछ किये रिश्ते में प्यार और सम्मान भी चाहते है।

9- जो नजरिया घटिया लेकर नज़ारा बढ़िया देखना चाहते हैं, जो कड़वी जबान लेकर रिश्ता मधुर चाहते है,
जीवनसाथी से रोबोट सा काम और प्रेम भावना भी चाहते हो, उन्हें आप क्या कहोगे?????

10- जो तुम्हारा कार्य नहीं करता तो तुम उसका कार्य नहीं करते, फिर जब तुम भगवान के लिए कार्य नहीं करते, फिर भगवान तुम्हारे लिये कार्य क्यों करे?तुम भगवान को वक्त नहीं देते, तो फिर भगवान तुम्हें वक्त क्यों दे?

11- मालिक की फ़ोटो पर पूजा-आरती करने पर सैलरी नहीं मिलती, उस का कार्य करना पड़ता है,फिर भगवान का काम किये बिना उसकी कृपा की उम्मीद क्यो?

12- ढोंगी बाबाओं के जाल में वही मूर्ख लोग फँसते है, जो भगवत कृपा का शॉर्टकट ढूंढते हैं। जो बिन जप तप साधना के मुक्तिमार्ग और वैभव चाहते है। बिना श्रीराम काज के राम राज्य चाहते है।

13- भगवत गीता स्कूल और घर में पढ़ा देते तो कोर्ट में भगवत गीता पर हाथ रखने की जरूरत नहीं पड़ती।

14- इंसान को इंसान समझ लेते और जो जैसा है वैसा स्वीकार लेते तो कभी तलाक की नौबत नहीं आती।

15- बच्चो को प्यार और सँस्कार देकर पीड़ित मानवता की सेवा भावना से जोड़ देते तो वृद्धाश्रम की देश मे आवश्यकता न रह जाती।

16- जिसको वक्त सबसे ज्यादा दे रहे हो, बस उससे ही तुम प्रेम कर रहे हो।

17- यदि स्वयं में पूर्ण नहीं हो तो दुनियाँ का कोई व्यक्ति तुम्हारा खालीपन दूर नहीं कर सकता, तुम्हें सुखी नहीं कर सकता।

18- मन का कोलाहल शांत कर लो, मन को समझ लो, मनःस्थिति बदल लो, संसार रूपी कीचड़ में कमल की तरह खिल जाओ। हंस बुद्धि बना लो और सन्मार्ग का चयन कर लो, माता गायत्री सदा सर्वदा के लिए तुम्हारे हृदय में विराजमान हो जाएगी।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
https://awgpggn.blogspot.com

🙏🏻 बाते सत्य लगे तो फारवर्ड जरूर करें🙏🏻

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