अपनी संतान को आज गीता पढ़ाईये ताकि कल किसी कोर्ट में गीता पर हाथ न रखना पड़े

अपनी संतान को आज गीता पढ़ाईये ताकि कल किसी कोर्ट में गीता पर हाथ न रखना पड़े।*

*संस्कार ही अपराध रोक सकते हैं, प्रशासन नहीं।*

युगसाहित्य औऱ गायत्री साधना रूपी खाद बालक मन रूपी वृक्ष को देंगे तभी भविष्य में उसके मन रूपी वृक्ष की छाया में आराम कर सकेंगे। अन्यथा पछतावे के अलावा कुछ हाथ न लगेगा।

श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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